BAGLAMUKHI SHABAR MANTRA - AN OVERVIEW

baglamukhi shabar mantra - An Overview

baglamukhi shabar mantra - An Overview

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योषिदाकर्षणे शक्तां, फुल्ल-चम्पक-सन्निभाम् ।

Positive aspects: This mantra is usually chanted to appeal to somebody that you are feeling is beloved to you personally. This mantra allows individuals to influence the views and thoughts of individuals.

मंत्र प्रयोग से पूर्व कन्या पूजन करते हैं किसी भंगी की कन्या(जिसका मासिक न प्रारम्भ हुआ हो) का पूजन करते हैं, एक दिन पूर्व जाकर कन्या की माँ से उसे नहला कर लाने को कहे फिर नए वस्त्र पीले हो तो अति उत्तम, पहना कर, चुनरी ओढ़ा कर ऊँचे स्थान  पर बैठा कर, खुद उसके नीचे बैठे व हृदय में भावना करे कि मैं माँ का श्रिंगार व पूजन कर रहा हूँ, इस क्रिया में भाव ही प्रधान होता है

अर्थात् सुवर्ण जैसी वर्णवाली, मणि-जटित सुवर्ण के सिंहासन पर विराजमान और पीले वस्त्र पहने हुई एवं ‘वसु-पद’ (अष्ट-पद/अष्टापद) सुवर्ण के मुकुट, कण्डल, हार, बाहु-बन्धादि भूषण पहने हुई एवं अपनी दाहिनी दो भुजाओं में नीचे वैरि-जिह्वा और ऊपर गदा लिए हुईं, ऐसे ही बाएँ दोनों हाथों में ऊपर पाश और नीचे वर धारण किए हुईं, चतुर्भुजा भवानी (भगवती) को प्रणाम करता हूँ।

बगलामुखी शाबर मंत्र एक बेहद ही प्रभावशाली और प्रमुख तांत्रिक मंत्र है जिसका जाप मां बगलामुखी देवी की उपासना हेतु किया जाता है। माना जाता है की मां बगलामुखी देवी की कृपा से आपके जीवन में आने वाली सभी बाधाओं का अंत होता है। मां बगलामुखी देवी को न्याय दिलाने वाली और रक्षा करने वाली देवी भी कहा जाता है। उनके इस मंत्र का जाप आपके सभी शत्रुओं पर आपकी विजय होती है।

ॐ नमो महाशाबरी शक्ति, मम अनिष्ट निवारय निवारय, मम सर्व more info कार्य सिद्धि कुरु कुरु स्वाहा

Baglamukhi is actually a deity in Hinduism affiliated with the power of know-how and victory. This Mantra is really a variety of mantra which is thought to be very powerful and is often chanted for distinct purposes.

ऋषि श्रीअग्नि-वराह द्वारा उपासिता श्रीबगला- मुखी

मध्ये-सुधाब्धि मणि-मण्डित-रत्न-वेद्याम् । सिंहासनोपरि-गतां परि-पीत वस्त्राम्॥

अम्बां पीताम्बराढ्यामरुण-कुसुम-गन्धानुलेपां त्रि-नेत्रां ।

जातवेद-मुखीं देवीं, देवतां प्राण-रूपिणीम् । भजेऽहं स्तम्भनार्थं च, चिन्मयीं विश्व-रूपिणीम् ।।

श्रीबगला- पटलोक्त ध्यान ( पीताम्बरा ध्यान मंत्र )

यदि आप माँ बगलामुखी साधना के बारे में अधिक जानना चाहते हैं तो नीचे दिये गए लेख पढ़ें –

ॐ सौ सौ सुता समुन्दर टापू, टापू में थापा, सिंहासन पीला, सिंहासन पीले ऊपर कौन बैसे? सिंहासन पीला ऊपर बगलामुखी बैसे। बगलामुखी के कौन संगी, कौन साथी? कच्ची बच्ची काक कुतिआ स्वान चिड़िया। ॐ बगला बाला हाथ मुदगर मार, शत्रु-हृदय पर स्वार, तिसकी जिह्ना खिच्चै। बगलामुखी मरणी-करणी, उच्चाटन धरणी , अनन्त कोटि सिद्धों ने मानी। ॐ बगलामुखीरमे ब्रह्माणी भण्डे, चन्द्रसूर फिरे खण्डे-खण्डे, बाला बगलामुखी नमो नमस्कार।

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